• Job Description – Social Media Manager

    Location: Jaipur

    Salary: Hike on Current CTC
    Experience: 3 to 4 Years
    Job Responsibilities:-
    · Develop monthly reports on emerging social media trends that will be submitted to the management and executive teams
    · Monitor the company’s social media accounts and offer constructive interaction with users
    · Must have capability to reach the maximum number of followers
    · Must be proficient with Graphic designing
    · Able to explain complex social media data in an understandable way.

    Thanks & Regards
    Lalit Kumar Gadia
    lalit.gadia@paisabuddy.com

    #ninetv #mediajobs #media_center #ninetv_media_center
    Job Description – Social Media Manager Location: Jaipur Salary: Hike on Current CTC Experience: 3 to 4 Years Job Responsibilities:- · Develop monthly reports on emerging social media trends that will be submitted to the management and executive teams · Monitor the company’s social media accounts and offer constructive interaction with users · Must have capability to reach the maximum number of followers · Must be proficient with Graphic designing · Able to explain complex social media data in an understandable way. Thanks & Regards Lalit Kumar Gadia lalit.gadia@paisabuddy.com #ninetv #mediajobs #media_center #ninetv_media_center
    Like
    1
    0 Comments 0 Shares 1243 Views 0 Reviews
  • bhokal.com की पूरी टीम का बहुत बहुत आभार खासकर Sandeep Pandey sir जी का । बहुत ही कम समय में वेरिफाइड करने के लिए शुक्रिया .
    अब और जोश के साथ #bhokal काटा जाएगा.
    bhokal.com की पूरी टीम का बहुत बहुत आभार खासकर [AhamSandy] sir जी का । बहुत ही कम समय में वेरिफाइड करने के लिए शुक्रिया . अब और जोश के साथ #bhokal काटा जाएगा.
    Love
    Like
    4
    2 Comments 0 Shares 706 Views 0 Reviews
  • #mediajobs #media_centter #ninetv_media_center
    #mediajobs #media_centter #ninetv_media_center
    Like
    1
    0 Comments 0 Shares 1272 Views 0 Reviews
  • #mediajobs #media_center #ninetv_media_center
    #mediajobs #media_center #ninetv_media_center
    Like
    1
    0 Comments 0 Shares 1212 Views 0 Reviews
  • #mediajobs #media_center
    #mediajobs #media_center
    Like
    1
    0 Comments 0 Shares 946 Views 0 Reviews


  • #media_center

    #mediajobs

    #ninetv_media_center
    #media_center #mediajobs #ninetv_media_center
    Like
    1
    0 Comments 0 Shares 1277 Views 0 Reviews
  • Trending
    #ninetv

    #media_center

    #mediajobs

    #ninetv_media_center
    Trending #ninetv #media_center #mediajobs #ninetv_media_center
    Like
    Love
    2
    0 Comments 0 Shares 1390 Views 0 Reviews
  • 0 Comments 0 Shares 192 Views 0 Reviews
  • संस्मरण भाग १ - रेगिस्तान के फूल

    तुम उन दिनों मेरे गर्भ में थी,नई-२ गृहस्थी के बीच जब तुम्हारे होने का जो पहला अहसास हुआ था,वो मुझे आज भी याद है,मैं खुश होने की बजाए घबरा गई थी,कि मैं तुम्हें नहीं सम्हाल पाई तो...या मुझसे अनजाने ही कोई चूक हो गई तो...इसी उधेड़ बुन में दिन गुजरते और रातें कटती मेरी...यह भाव किसी से कह भी नहीं पाती थी,सब कुछ नया-२ सा था न...इस घबराहट के चलते मैं यह भी भूल जाती थी,कि मेरा वजूद पृथ्वी सा हो गया है,और मेरे अंदर अंकुरण हो रहा नवजीवन का...बहुत उदास दिन बीते जा रहे थे,और मैं लगभग अवसाद में थी...
    तपता जेठ माह आ गया था,मन के साथ तन भी झुलसने लगा था,तब आम-तरबूज की बहार थी,पर मेरी तो जैसे स्वाद कलिकाएं ही ख़त्म हो गई थी,हर समय बस लगता कि पेट में चक्कर आ रहे है,बहुत थकी-२ हुई रहती,सब खयाल रखते पर न जाने क्यों उनकी अपेक्षाएं ज्यादा लगती मुझे और मैं खुद को कमज़ोर पाती थी,तन से भी और मन से भी....उस पर तुम भी अपने होने का अहसास हर रोज किसी न किसी तरह से मुझे कराती रहती थी...
    मई का महीना था वो,घर में दैनिक भास्कर अखबार आता है,तो मई के महीने में mothers day आता है यह उसी साल पता चला मुझे जब मैं स्वयं माँ बनने वाली थी।
    उस mothers day को अखबार के साथ मधुरिमा में बहुत सारी माओं के अनुभव छपे थे पर मेरी नज़र अटकी एक फोटो पर,एक गोलू मोलू बच्चे की फोटो थी वो...जाने चाइनीज था कि जापानी,कोरियन था या कहीं और का पर एक दम गोल मटोल,गुलाबी रंग,छोटी छोटी मुस्कुराती दो आंखे,पिचकी सी नाक,लाल होंठ...ऐसा लग रहा था मानो गुड़हल का फूल!!
    उस फोटो पर बस दिल आ गया था,उसे देखकर यही सोचती थी की तुम्हारी आंखे भी वैसी ही होनी चाहिये,तुम भी गोलू मोलू हो काश !!!!!!
    रोज न जाने कितनी ही बार उसे देखती और तुम्हारा चेहरा बनाती अपनी कल्पना की कूची से...मानो मैं कोई चित्रकार बन गई थी और रच रही थी अपनी सर्वप्रिय कृति,जैसे कुम्हार गढ़ता है कच्ची मिट्टी से कोई मूरत,वैसे ही गढ़ रही थी मैं तुम्हें......
    तुमसे प्रेम हो गया था,तुम्हारी आदत हो गई थी अब मुझे,तुम्हें देखे बिना ही मैं तुम्हें देख चुकी थी...
    उस फ़ोटो के प्रति मेरी दीवानगी को देख के अक्सर तुम्हारी दादी कहा करती थीं,इन मत देख्या कर सार दिन ही,टाबर की आंख्या छोटी हो ज्यासी"""पर मेरे लिये वो कोई सिर्फ एक फ़ोटो नहीं थी,वो तुम थी...
    अब दिक्कतें बढ़ने लगी थी,प्रसव निकट था औऱ फिर वो दिन आया जब तुम रेशमी अहसास लिये,प्यार की बरसात लिए हमारे जीवन में आई,वो सुबह सबसे खूबसूरत सुबह थी जब तुम्हें पहली बार छुआ था और तुम हूबहू उस फोटो वाले बच्चे जैसी थी माथा,रंग, होंठ,नाक यहां तक कि हाथ पैरों की सिलवटें भी वही की वही थी एकदम गोल मटोल...
    बस देख के मैं इतना ही बोल पाई थी कि ""आंखे तो बड़ी है...
    तुम मेरा सृजन हो,मेरी सर्वश्रेष्ठ कृति...


    मीनाक्षी जोशी
    #याद
    संस्मरण भाग १ - रेगिस्तान के फूल तुम उन दिनों मेरे गर्भ में थी,नई-२ गृहस्थी के बीच जब तुम्हारे होने का जो पहला अहसास हुआ था,वो मुझे आज भी याद है,मैं खुश होने की बजाए घबरा गई थी,कि मैं तुम्हें नहीं सम्हाल पाई तो...या मुझसे अनजाने ही कोई चूक हो गई तो...इसी उधेड़ बुन में दिन गुजरते और रातें कटती मेरी...यह भाव किसी से कह भी नहीं पाती थी,सब कुछ नया-२ सा था न...इस घबराहट के चलते मैं यह भी भूल जाती थी,कि मेरा वजूद पृथ्वी सा हो गया है,और मेरे अंदर अंकुरण हो रहा नवजीवन का...बहुत उदास दिन बीते जा रहे थे,और मैं लगभग अवसाद में थी... तपता जेठ माह आ गया था,मन के साथ तन भी झुलसने लगा था,तब आम-तरबूज की बहार थी,पर मेरी तो जैसे स्वाद कलिकाएं ही ख़त्म हो गई थी,हर समय बस लगता कि पेट में चक्कर आ रहे है,बहुत थकी-२ हुई रहती,सब खयाल रखते पर न जाने क्यों उनकी अपेक्षाएं ज्यादा लगती मुझे और मैं खुद को कमज़ोर पाती थी,तन से भी और मन से भी....उस पर तुम भी अपने होने का अहसास हर रोज किसी न किसी तरह से मुझे कराती रहती थी... मई का महीना था वो,घर में दैनिक भास्कर अखबार आता है,तो मई के महीने में mothers day आता है यह उसी साल पता चला मुझे जब मैं स्वयं माँ बनने वाली थी। उस mothers day को अखबार के साथ मधुरिमा में बहुत सारी माओं के अनुभव छपे थे पर मेरी नज़र अटकी एक फोटो पर,एक गोलू मोलू बच्चे की फोटो थी वो...जाने चाइनीज था कि जापानी,कोरियन था या कहीं और का पर एक दम गोल मटोल,गुलाबी रंग,छोटी छोटी मुस्कुराती दो आंखे,पिचकी सी नाक,लाल होंठ...ऐसा लग रहा था मानो गुड़हल का फूल!! उस फोटो पर बस दिल आ गया था,उसे देखकर यही सोचती थी की तुम्हारी आंखे भी वैसी ही होनी चाहिये,तुम भी गोलू मोलू हो काश !!!!!! रोज न जाने कितनी ही बार उसे देखती और तुम्हारा चेहरा बनाती अपनी कल्पना की कूची से...मानो मैं कोई चित्रकार बन गई थी और रच रही थी अपनी सर्वप्रिय कृति,जैसे कुम्हार गढ़ता है कच्ची मिट्टी से कोई मूरत,वैसे ही गढ़ रही थी मैं तुम्हें...... तुमसे प्रेम हो गया था,तुम्हारी आदत हो गई थी अब मुझे,तुम्हें देखे बिना ही मैं तुम्हें देख चुकी थी... उस फ़ोटो के प्रति मेरी दीवानगी को देख के अक्सर तुम्हारी दादी कहा करती थीं,इन मत देख्या कर सार दिन ही,टाबर की आंख्या छोटी हो ज्यासी"""पर मेरे लिये वो कोई सिर्फ एक फ़ोटो नहीं थी,वो तुम थी... अब दिक्कतें बढ़ने लगी थी,प्रसव निकट था औऱ फिर वो दिन आया जब तुम रेशमी अहसास लिये,प्यार की बरसात लिए हमारे जीवन में आई,वो सुबह सबसे खूबसूरत सुबह थी जब तुम्हें पहली बार छुआ था और तुम हूबहू उस फोटो वाले बच्चे जैसी थी माथा,रंग, होंठ,नाक यहां तक कि हाथ पैरों की सिलवटें भी वही की वही थी एकदम गोल मटोल... बस देख के मैं इतना ही बोल पाई थी कि ""आंखे तो बड़ी है... तुम मेरा सृजन हो,मेरी सर्वश्रेष्ठ कृति... मीनाक्षी जोशी #याद
    Love
    2
    1 Comments 0 Shares 480 Views 0 Reviews
  • संगीत समझने के लिए आपको भाषा की जरूरत नहीं होती, आप किसी भी देश, प्रांत या भाषा का गाना या लोक - गीत उठा कर देख लीजिए, अगर आप क्षेत्रीय पूर्वाग्रह से ग्रसित नहीं हैं तो आपको वो जरूर पसंद आयेगा।
    क्योंकि आपको उसे सुनने और फील करने की जरूरत होती है न कि शब्दों के पीछे पड़ने की ( यहां उन गीतों को न गिना जाए जो बनाए ही टारगेटेड हैं )
    लगभग तीन दिन से मैं लैपटॉप को हाथ नहीं लगा पाया हूं, और न ही कोई काम करने का वक्त मिला अगले एक हफ्ते भी यही आलम रहने वाला है, मैं अपने काम से ज्यादा काम के वक्त लगाए गए अलग अलग भाषा देश के इंस्ट्रुमेंटल संगीत को ज्यादा मिस कर रहा हूं।
    कहते हैं ब्रम्हांड का पहला नाद ॐ है।
    हालिया पढ़ी एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों ने भी इसकी पुष्टि की है कि जो निरंतर बजती ध्वनि या साउंड वेव्स हमारे पकड़ में आई हैं वो ॐ से मिलती जुलती हैं, वैज्ञानिक तर्कों को एक बार मंड,ल के लिए साइड में रख दें और अगर गौर करें तो यहां अपने आस पास हर चीज की एक साउंड वेव्स है, बिना आवाज के आप जीवित रह ही नहीं सकते, भले ही आपको उनका सुनाई देना समझ में आए या न आए, पर हम सब एक निरंतर बजती साउंड वेव्स के जाल के अंदर ही रहते हैं, ज्यादा दूर न ही जाओ तो कभी अपने हाथ की हथेली को सीने पर रखकर फील ले लेना, वहां भी एक संगीत बजता है, इस बात पर मुझे Ankita Jain जी कि लिखी एक लाइन याद आ रही है,
    " दुनिया में इससे रोमांचकारी और क्या होगा कि अब आपके सीने के अलावा आपके पेट में भी एक दिल धड़क रहा है। "
    यह कोट उन्होंने अपनी किताब ' मैं से मां तक ' में लिखा है।
    कितनी खूबसूरत बात है, एक नजर से देखने में साधारण लगती है पर अगर फील किया जाए तो...
    खैर बात हो रही थी संगीत की...ध्वनि की...
    काफी लोग जानते हैं, पर कुछ ही मानते और उससे भी कम लोग ये समझते हैं कि संगीत एक तरीके से हीलिंग का भी काम करता है, बशर्ते आप अपने आप को उसकी लय में बहने के लिए ढीला छोड़ दें।
    अगर आपको अपनी कार्य कुशलता, कार्य क्षमता और सबसे जरूरी, मानसिक शांति पाकर एकाग्र चित्त होना है तो, उल जलूल गीतों को परे करिए और संगीत की तरफ फोकस करिए, यूट्यूब भरा पड़ा है ऐसी चीजों से।
    अगर दिल से देखेंगे तो आपको हर जगह संगीत नजर आएगा,
    बहते पानी में...
    जलती चटकती हुई लकड़ियों में...
    किसी पहाड़ी दर्रे में पेड़ों के पत्तों को छूकर आती हवाओं में...
    हर जगह प्राकृतिक रूप से भी संगीत व्यापत है, बस जरूरत है तो खुद को बंधनों से मुक्त करने की।

    #Abhirajthakur
    #bhokalbanarahe
    संगीत समझने के लिए आपको भाषा की जरूरत नहीं होती, आप किसी भी देश, प्रांत या भाषा का गाना या लोक - गीत उठा कर देख लीजिए, अगर आप क्षेत्रीय पूर्वाग्रह से ग्रसित नहीं हैं तो आपको वो जरूर पसंद आयेगा। क्योंकि आपको उसे सुनने और फील करने की जरूरत होती है न कि शब्दों के पीछे पड़ने की ( यहां उन गीतों को न गिना जाए जो बनाए ही टारगेटेड हैं ) लगभग तीन दिन से मैं लैपटॉप को हाथ नहीं लगा पाया हूं, और न ही कोई काम करने का वक्त मिला अगले एक हफ्ते भी यही आलम रहने वाला है, मैं अपने काम से ज्यादा काम के वक्त लगाए गए अलग अलग भाषा देश के इंस्ट्रुमेंटल संगीत को ज्यादा मिस कर रहा हूं। कहते हैं ब्रम्हांड का पहला नाद ॐ है। हालिया पढ़ी एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों ने भी इसकी पुष्टि की है कि जो निरंतर बजती ध्वनि या साउंड वेव्स हमारे पकड़ में आई हैं वो ॐ से मिलती जुलती हैं, वैज्ञानिक तर्कों को एक बार मंड,ल के लिए साइड में रख दें और अगर गौर करें तो यहां अपने आस पास हर चीज की एक साउंड वेव्स है, बिना आवाज के आप जीवित रह ही नहीं सकते, भले ही आपको उनका सुनाई देना समझ में आए या न आए, पर हम सब एक निरंतर बजती साउंड वेव्स के जाल के अंदर ही रहते हैं, ज्यादा दूर न ही जाओ तो कभी अपने हाथ की हथेली को सीने पर रखकर फील ले लेना, वहां भी एक संगीत बजता है, इस बात पर मुझे Ankita Jain जी कि लिखी एक लाइन याद आ रही है, " दुनिया में इससे रोमांचकारी और क्या होगा कि अब आपके सीने के अलावा आपके पेट में भी एक दिल धड़क रहा है। " यह कोट उन्होंने अपनी किताब ' मैं से मां तक ' में लिखा है। कितनी खूबसूरत बात है, एक नजर से देखने में साधारण लगती है पर अगर फील किया जाए तो... खैर बात हो रही थी संगीत की...ध्वनि की... काफी लोग जानते हैं, पर कुछ ही मानते और उससे भी कम लोग ये समझते हैं कि संगीत एक तरीके से हीलिंग का भी काम करता है, बशर्ते आप अपने आप को उसकी लय में बहने के लिए ढीला छोड़ दें। अगर आपको अपनी कार्य कुशलता, कार्य क्षमता और सबसे जरूरी, मानसिक शांति पाकर एकाग्र चित्त होना है तो, उल जलूल गीतों को परे करिए और संगीत की तरफ फोकस करिए, यूट्यूब भरा पड़ा है ऐसी चीजों से। अगर दिल से देखेंगे तो आपको हर जगह संगीत नजर आएगा, बहते पानी में... जलती चटकती हुई लकड़ियों में... किसी पहाड़ी दर्रे में पेड़ों के पत्तों को छूकर आती हवाओं में... हर जगह प्राकृतिक रूप से भी संगीत व्यापत है, बस जरूरत है तो खुद को बंधनों से मुक्त करने की। #Abhirajthakur #bhokalbanarahe
    Like
    Love
    5
    0 Comments 0 Shares 1479 Views 0 Reviews
  • समीक्षा - अंतस की खुरचन
    मनुष्य एक जीवन में हजारों जीवन जीता है। उन सभी जीवन के अनुभवों को मिलाकर उसका व्यक्तित्व बनता है। जब उम्र का तक़रीबन आधा सफ़र तय कर लेता है तब वह अपने अनुभव संसार से बांटना चाहता है। अपने पदचिन्ह छोड़ना चाहता है, अपने अनुभव की पूँजी किसी को संभलवाना चाहता है। आज के आपाधापी के दौर में किसके पास इतना समय है जो किसी के अनुभव से स्वयं को संवार सके, दो घड़ी किसी के पास बैठ सके, बतिया सके। ऐसे में...
    Like
    Love
    3
    2 Comments 0 Shares 6522 Views 0 Reviews
  • 0 Comments 0 Shares 104 Views 0 Reviews
  • 0 Comments 0 Shares 132 Views 0 Reviews
  • Like
    1
    0 Comments 0 Shares 140 Views 0 Reviews
  • https://www.youtube.com/channel/UCvmqWirU9tZuPmIhAlVhXcg/?sub_confirmation=1
    https://www.youtube.com/channel/UCvmqWirU9tZuPmIhAlVhXcg/?sub_confirmation=1
    WWW.YOUTUBE.COM
    Daily Dose
    Wellcome to "daily dose" Fun and entertainment can help keep you happy and make life a little more enjoyable. We know that there are many different types of entertainment available in the world, but we can't promise to provide all of them to our viewers. We choose the entertainment that is most entertaining and spectacular for our audience. Therefore, on this YouTube channel, you will have access to the best entertainment. In our videos, you can enjoy yourself, learn new things, and connect with new people to make your day happier. So, watch our videos and enjoy as soon as possible! funandentertainment funnyvideos laughoutloud jokes whatsapp entertainment comedy memes funnychallenges humor jokevideos funnyreactions funnyvine entertainment comedy viral popular trending funnymoments laughs laughing Patipatnijokes Funwithfriends Thanks for watching❤
    Like
    1
    0 Comments 0 Shares 262 Views 0 Reviews
  • Hello
    Hello
    Like
    Love
    2
    0 Comments 0 Shares 140 Views 0 Reviews
  • 0 Comments 0 Shares 107 Views 0 Reviews
  • #SystemUpdate - We have enabled Pages for everyone now. You all being the FOUNDER MEMBERS (the first 1000 members are to be considered as founding members of the platform), you can create pages for free. Pages would have immense features to create and sell products and services for brands. Bhokal Bana Rahe..
    #SystemUpdate - We have enabled Pages for everyone now. You all being the FOUNDER MEMBERS (the first 1000 members are to be considered as founding members of the platform), you can create pages for free. Pages would have immense features to create and sell products and services for brands. Bhokal Bana Rahe..
    Like
    4
    0 Comments 0 Shares 1783 Views 0 Reviews
  • 0 Comments 0 Shares 91 Views 0 Reviews
  • 0 Comments 0 Shares 103 Views 0 Reviews
  • #BugReported: Some users have reported a bug while sign-up, "duplicate entry". Our team is working toward it and we are aware of it. This will be resolved at the earliest. However, this bug doesn't affect your registration process.
    #BugReported: Some users have reported a bug while sign-up, "duplicate entry". Our team is working toward it and we are aware of it. This will be resolved at the earliest. However, this bug doesn't affect your registration process.
    Like
    Love
    6
    0 Comments 0 Shares 1567 Views 0 Reviews
  • Like
    Love
    3
    2 Comments 0 Shares 783 Views 0 Reviews
  • #BugSolved : Dear Members, the bug of duplicate entry while registration is resolved now. Users can now register hassle free. Thanks for reporting it.
    #BugSolved : Dear Members, the bug of duplicate entry while registration is resolved now. Users can now register hassle free. Thanks for reporting it.
    Like
    Love
    7
    0 Comments 0 Shares 1550 Views 0 Reviews
  • 0 Comments 0 Shares 102 Views 0 Reviews
  • मद्धम धुप नीले आसमान..

    दिल में जगे अनकहे अरमां..


    तेरे लिए तड़पती ये निगाहें..
    चली आ एक दफा..

    बेमौसम बरसात आनी हैं..
    अब तेरी याद भी आ गई..

    बता जरा तुझे कब आनी है?
    मद्धम धुप नीले आसमान.. दिल में जगे अनकहे अरमां.. तेरे लिए तड़पती ये निगाहें.. चली आ एक दफा.. बेमौसम बरसात आनी हैं.. अब तेरी याद भी आ गई.. बता जरा तुझे कब आनी है❤️?
    Like
    2
    0 Comments 0 Shares 788 Views 0 Reviews
  • बादशाही तो खून में हैं....

    गुरुर तो दो टक्के के लोग भी करते हैं?
    बादशाही तो खून में हैं.... गुरुर तो दो टक्के के लोग भी करते हैं?
    Like
    1
    0 Comments 0 Shares 787 Views 0 Reviews
  • #BugSolved : We have solved the bug in the search that made two words search results into nothing.
    #BugSolved : We have solved the bug in the search that made two words search results into nothing.
    Like
    Love
    6
    0 Comments 0 Shares 1491 Views 0 Reviews
  • Like
    Love
    4
    0 Comments 0 Shares 532 Views 0 Reviews
  • 0 Comments 0 Shares 128 Views 0 Reviews