मद्धम धुप नीले आसमान..
दिल में जगे अनकहे अरमां..
तेरे लिए तड़पती ये निगाहें..
चली आ एक दफा..
बेमौसम बरसात आनी हैं..
अब तेरी याद भी आ गई..
बता जरा तुझे कब आनी है?
दिल में जगे अनकहे अरमां..
तेरे लिए तड़पती ये निगाहें..
चली आ एक दफा..
बेमौसम बरसात आनी हैं..
अब तेरी याद भी आ गई..
बता जरा तुझे कब आनी है?
मद्धम धुप नीले आसमान..
दिल में जगे अनकहे अरमां..
तेरे लिए तड़पती ये निगाहें..
चली आ एक दफा..
बेमौसम बरसात आनी हैं..
अब तेरी याद भी आ गई..
बता जरा तुझे कब आनी है❤️?