Fun and Facts
This group is to create daily laughter capsules.
Content Manager - Bhokal
Script by - Azhar Khan
Act - Azhar Khan
Edit - Prince
Sound - Prince
Content Manager - Bhokal.com
  • Public Group
  • 52 Posts
  • 0 Photos
  • 0 Videos
  • 0 Reviews
  • Other
  • आपके शरीर में हमेशा कुछ न कुछ अजीब से जीवाणु रहते हैं, जिन्हें आपके नाक के पास, आंतों के अंदर, चमड़े के ऊपर और अन्य कुछ अंगों में रहने का मज़ा आता है। एक तरह से आपके शरीर एक जंगल होता है जहाँ सभी इसके हिस्सेदार अपने-अपने अपने काम में व्यस्त होते हैं। बस याद रखिए, आपके शरीर की ख्याति कुछ और ही अस्त-व्यस्त लोगों को मिली है।
    आपके शरीर में हमेशा कुछ न कुछ अजीब से जीवाणु रहते हैं, जिन्हें आपके नाक के पास, आंतों के अंदर, चमड़े के ऊपर और अन्य कुछ अंगों में रहने का मज़ा आता है। एक तरह से आपके शरीर एक जंगल होता है जहाँ सभी इसके हिस्सेदार अपने-अपने अपने काम में व्यस्त होते हैं। बस याद रखिए, आपके शरीर की ख्याति कुछ और ही अस्त-व्यस्त लोगों को मिली है।
    0 Comments 0 Shares 709 Views 0 Reviews
  • मॉ-वर्म 30 सेंटीमीटर (1 फुट) तक बढ़ सकता है और फिर आंख के कोने सहित किसी भी छेद से शरीर से बाहर निकल सकता है।
    मॉ-वर्म 30 सेंटीमीटर (1 फुट) तक बढ़ सकता है और फिर आंख के कोने सहित किसी भी छेद से शरीर से बाहर निकल सकता है।
    0 Comments 0 Shares 704 Views 0 Reviews
  • जब हम वाकई डर जाते हैं तो हमारी त्वचा सफेद हो जाती है, क्योंकि रक्त हमारी त्वचा से निकल जाता है। यह प्राचीन मानवों को संरक्षित करता था यदि वे भयानक जंगली जानवरों से काट लिए जाते तो खून बहने से बचाता था।



    जब हम वाकई डर जाते हैं तो हमारी त्वचा सफेद हो जाती है, क्योंकि रक्त हमारी त्वचा से निकल जाता है। यह प्राचीन मानवों को संरक्षित करता था यदि वे भयानक जंगली जानवरों से काट लिए जाते तो खून बहने से बचाता था।
    0 Comments 0 Shares 702 Views 0 Reviews
  • सामान्य व्यक्ति रोज़ाना अपने फेसेस में 200 मिलीलीटर (7 फ्लूइड औंस) पानी खो देता है।



    सामान्य व्यक्ति रोज़ाना अपने फेसेस में 200 मिलीलीटर (7 फ्लूइड औंस) पानी खो देता है।
    0 Comments 0 Shares 705 Views 0 Reviews
  • 1800 के दशक में मैच बनाने वाली लड़कियों को अक्सर 'फॉसी जॉ' से पीड़ा होती थी - उनकी जबड़े बुरी तरह से खराब हो जाती थी, क्योंकि मैच बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली फॉस्फोरस उन्हें जहरीला हो जाता था। लड़कियों को ऐसा करने से रोकना चाहिए था, लेकिन मुझे लगता है कि उस समय लोग ज्यादातर दुर्घटनाओं के बाद ही सीखते थे।
    1800 के दशक में मैच बनाने वाली लड़कियों को अक्सर 'फॉसी जॉ' से पीड़ा होती थी - उनकी जबड़े बुरी तरह से खराब हो जाती थी, क्योंकि मैच बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली फॉस्फोरस उन्हें जहरीला हो जाता था। लड़कियों को ऐसा करने से रोकना चाहिए था, लेकिन मुझे लगता है कि उस समय लोग ज्यादातर दुर्घटनाओं के बाद ही सीखते थे।
    0 Comments 0 Shares 688 Views 0 Reviews
  • 1970 में जब एक चोर ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड में पकड़ा गया था, तो उसे उस क्राइम सीन पर टूटे शीशे से कटा हुआ एक उंगली मिली थी, जिसे पुलिस रिकॉर्ड में उसकी उंगली के फिंगर प्रिंट के साथ मेल खाकर पकड़ा गया था। कुछ चोरों को कुछ नये तरीके सोचने चाहिए, क्योंकि अब टेक्नोलॉजी इतनी तेजी से आगे बढ़ गयी है कि अब वो कहीं भी छिप नहीं सकते।



    1970 में जब एक चोर ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड में पकड़ा गया था, तो उसे उस क्राइम सीन पर टूटे शीशे से कटा हुआ एक उंगली मिली थी, जिसे पुलिस रिकॉर्ड में उसकी उंगली के फिंगर प्रिंट के साथ मेल खाकर पकड़ा गया था। कुछ चोरों को कुछ नये तरीके सोचने चाहिए, क्योंकि अब टेक्नोलॉजी इतनी तेजी से आगे बढ़ गयी है कि अब वो कहीं भी छिप नहीं सकते।
    0 Comments 0 Shares 682 Views 0 Reviews
  • पुराने दिनों में सर्कस के लिए एक्रोबैट्स के रूप में प्रशिक्षित होने वाले बच्चों को उनकी शरीर को ज्यादा लचीला बनाने के लिए अजीब और अक्सर बहुत दर्दनाक अवस्थाओं में बंधा जाता था। अब तो सर्कस बंद हो गया है, लेकिन कुछ लोग आज भी उस समय की यादों को बहुत याद करते हैं जब वे अपने शरीर को सबसे अधिक लचीला बनाने के लिए ऐसी अजीब अवस्थाओं में बंधे जाते थे। यदि आप भी उनमें से एक हैं, तो अपने बच्चों को ऐसी अवस्थाओं में नहीं बंधे जाने दें। यह बेहतर होगा कि आप उन्हें खुश रखें और स्वस्थ बनाए रखें।



    पुराने दिनों में सर्कस के लिए एक्रोबैट्स के रूप में प्रशिक्षित होने वाले बच्चों को उनकी शरीर को ज्यादा लचीला बनाने के लिए अजीब और अक्सर बहुत दर्दनाक अवस्थाओं में बंधा जाता था। अब तो सर्कस बंद हो गया है, लेकिन कुछ लोग आज भी उस समय की यादों को बहुत याद करते हैं जब वे अपने शरीर को सबसे अधिक लचीला बनाने के लिए ऐसी अजीब अवस्थाओं में बंधे जाते थे। यदि आप भी उनमें से एक हैं, तो अपने बच्चों को ऐसी अवस्थाओं में नहीं बंधे जाने दें। यह बेहतर होगा कि आप उन्हें खुश रखें और स्वस्थ बनाए रखें।
    0 Comments 0 Shares 690 Views 0 Reviews
  • गाय के संक्रमित मांस में मौजूद अंडों को खाने से मनुष्य के आंत में पाए जाने वाले बीफ टेपवर्म, मनुष्य के आंत में 12 मीटर (39 फीट) तक बढ़ सकता है। जब यह सब जानते हैं तो फिर भी कुछ लोग अपनी बुद्धि से ज्यादा खाने का शौक रखते हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो समझ लीजिए कि आपके पेट में कुछ ऐसा ही बढ़ रहा होगा जो आपको भीम का पूरा अनुभव करवा सकता है। इसलिए दोस्तों, हमेशा ध्यान रखें कि हम जो भी खाते हैं वो हमारे शरीर के लिए स्वस्थ और सुरक्षित हो।




    गाय के संक्रमित मांस में मौजूद अंडों को खाने से मनुष्य के आंत में पाए जाने वाले बीफ टेपवर्म, मनुष्य के आंत में 12 मीटर (39 फीट) तक बढ़ सकता है। जब यह सब जानते हैं तो फिर भी कुछ लोग अपनी बुद्धि से ज्यादा खाने का शौक रखते हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो समझ लीजिए कि आपके पेट में कुछ ऐसा ही बढ़ रहा होगा जो आपको भीम का पूरा अनुभव करवा सकता है। इसलिए दोस्तों, हमेशा ध्यान रखें कि हम जो भी खाते हैं वो हमारे शरीर के लिए स्वस्थ और सुरक्षित हो।
    0 Comments 0 Shares 681 Views 0 Reviews
  • आपके मुंह में कभी भी 100 मिलियन से अधिक माइक्रो-ऑर्गनिज़्म मौजूद होते हैं। ये उन लोगों के लिए खुशखबरी होती हैं जो उनकी दांतों की सफाई का बहाना नहीं ढूंढ पाते, क्योंकि आपके मुंह में इतने ज़्यादा माइक्रो-ऑर्गनिज़्म होते हैं कि उन्हें कहाँ से शुरू करें और कहाँ ख़त्म। इसलिए दोस्तों, दांतों की सफाई में लगातार लगन जरूरी है ताकि आपके मुंह में रहने वाले लाखों-करोड़ों माइक्रो-ऑर्गनिज़्म ख़ुश रहें और आपकी सेहत भी ठीक रहे!



    आपके मुंह में कभी भी 100 मिलियन से अधिक माइक्रो-ऑर्गनिज़्म मौजूद होते हैं। ये उन लोगों के लिए खुशखबरी होती हैं जो उनकी दांतों की सफाई का बहाना नहीं ढूंढ पाते, क्योंकि आपके मुंह में इतने ज़्यादा माइक्रो-ऑर्गनिज़्म होते हैं कि उन्हें कहाँ से शुरू करें और कहाँ ख़त्म। इसलिए दोस्तों, दांतों की सफाई में लगातार लगन जरूरी है ताकि आपके मुंह में रहने वाले लाखों-करोड़ों माइक्रो-ऑर्गनिज़्म ख़ुश रहें और आपकी सेहत भी ठीक रहे!
    0 Comments 0 Shares 681 Views 0 Reviews
  • राजा हेनरी आठवीं की छह पत्नियों में से एक, एन बोलिन, के हर हाथ में छह अंगुलियाँ थीं और उनके एक अतिरिक्त स्तन भी था। इसे जादू-टोना का सबूत ठहराया गया था और जब हेनरी ने उन्हें 1536 में फांसी की सजा दी तो इसे उनके विचारों का प्रमाण माना गया। आखिर, एक निशानी वाली स्त्री को राजा की आँखों में काले जादू का सबूत तो लगता ही होगा। मुझे तो लगता है कि यही वजह होगी कि हम सब इतनी मेहनत करते हुए भी आज तक उनके जैसे सफल नहीं हुए हैं - हमारे हाथ में छह अंगुलियाँ थीं तो होता कुछ और था!
    राजा हेनरी आठवीं की छह पत्नियों में से एक, एन बोलिन, के हर हाथ में छह अंगुलियाँ थीं और उनके एक अतिरिक्त स्तन भी था। इसे जादू-टोना का सबूत ठहराया गया था और जब हेनरी ने उन्हें 1536 में फांसी की सजा दी तो इसे उनके विचारों का प्रमाण माना गया। आखिर, एक निशानी वाली स्त्री को राजा की आँखों में काले जादू का सबूत तो लगता ही होगा। मुझे तो लगता है कि यही वजह होगी कि हम सब इतनी मेहनत करते हुए भी आज तक उनके जैसे सफल नहीं हुए हैं - हमारे हाथ में छह अंगुलियाँ थीं तो होता कुछ और था!
    0 Comments 0 Shares 677 Views 0 Reviews
  • आपके पेट में जो एसिड है, वह इतना ताकतवर है कि यह इस्पात के रेज़र ब्लेड को भी गला सकता है - लेकिन कृपया उन्हें खाने की सलाह नहीं है। यह तो बिल्कुल वहम नहीं कि आप इस ताकत के सामने अपना जीभ रखेंगे तो इससे आपकी तबियत कुछ अच्छी नहीं होगी। आप तो चले जाइए कुछ आम खाने को, उसमें तो कम से कम आपको चुटकी भर फ़ायदा होगा!
    आपके पेट में जो एसिड है, वह इतना ताकतवर है कि यह इस्पात के रेज़र ब्लेड को भी गला सकता है - लेकिन कृपया उन्हें खाने की सलाह नहीं है। यह तो बिल्कुल वहम नहीं कि आप इस ताकत के सामने अपना जीभ रखेंगे तो इससे आपकी तबियत कुछ अच्छी नहीं होगी। आप तो चले जाइए कुछ आम खाने को, उसमें तो कम से कम आपको चुटकी भर फ़ायदा होगा!
    0 Comments 0 Shares 675 Views 0 Reviews
  • मुम्मियों की दुनिया में स्वागत है! हम सब जानते हैं कि उनकी मृत्यु हुई बहुत साल पहले, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि उनके अंगूठे भी इतने अच्छे संरक्षित होंगे? जो मिस्र के मुम्मियों की मृत्यु हुई 3,000 साल पहले, उनके अंगूठे अभी भी बरकरार हैं।

    यह तो बिलकुल वाहियात है! शायद हम उन्हें सिर्फ ज़िंदा समझ कर उन्हें रोज़ दो पैसे देते थे, जिससे उन्हें जीवन का अहसास हमेशा रहता था। इस सच्चाई से पता चलता है कि अंगूठों की बरकरारी और विशिष्टताएं कितनी दुर्दम हैं। मुम्मी जी को सलाम!
    मुम्मियों की दुनिया में स्वागत है! हम सब जानते हैं कि उनकी मृत्यु हुई बहुत साल पहले, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि उनके अंगूठे भी इतने अच्छे संरक्षित होंगे? जो मिस्र के मुम्मियों की मृत्यु हुई 3,000 साल पहले, उनके अंगूठे अभी भी बरकरार हैं। यह तो बिलकुल वाहियात है! शायद हम उन्हें सिर्फ ज़िंदा समझ कर उन्हें रोज़ दो पैसे देते थे, जिससे उन्हें जीवन का अहसास हमेशा रहता था। इस सच्चाई से पता चलता है कि अंगूठों की बरकरारी और विशिष्टताएं कितनी दुर्दम हैं। मुम्मी जी को सलाम!
    0 Comments 0 Shares 672 Views 0 Reviews
  • सरकारी विभाग सुन रहे हो न तुम, रो रहा है आम इंसान
    सरकारी विभाग तम्हारी लीला अपरंपार है. मनुष्य को कुत्ता बना डाला. इस बात में कोई शक नहीं कि सरकारी विभाग के काम को कराते कराते आम इंसान कुत्ता बन जाता है. लेकिन यहाँ पे सरकारी विभाग ने इस शक को हकीकत में बदल दिया है.मामला है पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले का, जहां एक शख्स के नाम को आपूर्ति विभाग ने राशन कार्ड में गलती से श्रीकांत दत्ता की जगह कुत्ता कर दिया. जिसको ठीक करने क लिए वो विभाग के...
    Like
    1
    0 Comments 0 Shares 7241 Views 0 Reviews
  • मौसम की तरह, एक बार फिर बदल सकता है कप्तान
    जिस तरह साउथ दिल्ली की लड़कियां बॉयफ्रेंड बदलती है, ठीक उसी तरह आज कल BCCI कप्तान बदल रही है.एक्सपेरिमेंट हमारे क्रिकेट टीम को खोकला करते जा रहा  है. हम सिर्फ दिल जीत पा रहे हैं कप नहीं. BCCI जल्द ही T20 की कप्तानी हार्दिक पंड्या के हाथ सौंप सकती है. रोहित वनडे और टेस्ट मैच में कप्तान बने रहेंगे. फिलहाल, हार्दिक न्यूजीलैंड दौरे पर गई टीम इंडिया के टी-20 के कप्तान हैं. अगर उनकी कप्तानी में...
    Like
    1
    0 Comments 0 Shares 6968 Views 0 Reviews
  • पानी ! है कहाँ रे तू
    पानी की कमी से शर्म से पानी-पानी हुआ बुंदेलखंड. बुंदेलखंड में पानी की कमी एक पुरानी खबर की तरह है. यह बात इतनी आम है बुंदेलखंड में, जितनी दिल्ली में क्राइम और प्रदूषण.बुंदेलखंड के कुछ गांवों में पानी खोदने से भी नहीं मिलता. पानी के लिए एक-दो कुएँ हैं, जिसके लिए 3-3 Km जाना पड़ता है. कोई साइकिल पे तो कोई कमर पे या फिर सर पे रख के पानी लाता है. पानी के लिए इतनी तकलीफ वो भी आज के ज़माने में, यह एक...
    Like
    2
    0 Comments 0 Shares 6967 Views 0 Reviews
  • कागज़ ज़रूरी है इंसान नहीं
    सरकारी काम वो काम है जिसके होने की गारेंटी लेना, खुद को अंधेरे में रखने के बराबर है. सरकारी ऑफिस वो दल-दल है जहाँ आप जितना हाथ मरेंगे उतना हि अंदर घुसते चले जाएंगे. UP के संतकबीर नगर में खुद को जिंदा साबित करने कचहरी पहुंचे 70 साल के बुजुर्ग ने सरकारी अफसरों के सामने दम तोड़ दिया. वो फाइनल स्टेज में थे जिसमे उन्हें खुद को ऑफिसरों के सामने ज़िंदा साबित करना था. लेकिन फाइनल राउंड में ही उनका...
    Like
    1
    0 Comments 0 Shares 6944 Views 0 Reviews
  • iphone ! iphone ! रस्ते का माल सस्ते में
    I phone का दाम घटा, नहीं बेचनी पड़ेगी किडनी. अब बाप की ज़मीन और जागीर बेचने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. देवियों और सज्जनों ज़रा दिल को संभाल लीजिए, ऐसा न हो के ये ख़बर सुन के आपके कान के साथ-साथ और भी कुछ फट जाए. छपरी और झुग्गी छाप लौंडो में ख़ुशी की लहर है. फ्लिपकार्ट पे लगी है भारी सेल ! सेल ! सेल ! और उसमें आप APPLE iPhone 12 Mini (Blue, 64GB) MRP 59,900 रुपए को आप 34% डिस्काउंट के बाद 38,999 रुपए...
    Like
    1
    0 Comments 0 Shares 6973 Views 0 Reviews
  • जीटी रोड पे मुफ्त के टमाटर.
    आग लगे बस्ती में हम तो रहेंगे अपने मस्ती में. आपदा को अवसर में बदलना कोई इनसे सीखे.इमामगंज थाना क्षेत्र स्थित करासन पुल के निकट पिकअप वाहन पलटने के बाद उसमें मौजूद टमाटर लूटने के लिए होड़ लग गई. लोग भूके-नंगे की तरह पिकअप पर टूट पड़े. कोई बाल्टी तो कोई गमला ले कर पहुँच गया. आधे घंटे में पिकअप खाली कर डाला. कुछ लोग तो वहीं पे चिल्ला चिल्ला के बोल रहे थे कि आज झोर-भात ठूसेंगे. घटना स्थल पर ड्राइवर...
    0 Comments 0 Shares 6805 Views 0 Reviews
  • ताज़ी हवा, एक खोज
    ये इस शहर को हुआ क्या ? शहर तो दिख नहीं रहा हर तरफ सिर्फ धुआँ ही धुआं है. बिहार ने प्रदूषण में गोल्ड मैडल जीता है. बिहार में हवा बहुत जहरीली हो गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, 16 नवंबर (बुधवार) को सुबह करीब 7 बजे बेतिया का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 430. बेगुसराय का 425, सीवान का 416 और पुर्णिया में 414 दर्ज किया गया. बिहार के इन शहरों में सांस लेने का मतलब है कि आप रोज़ एक...
    0 Comments 0 Shares 6872 Views 0 Reviews
  • बागों के हर फूल को अपना समझे बागबाँ
    ट्रम्प की बेटी और दामाद हुए उनसे दूर. बाग़बान फ़िल्म देखते हुए पकड़े गए ट्रम्प.  अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को 2024 में फिर प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट बनने का ऐलान किया. इसके कुछ देर बाद ही ट्रम्प की बेटी इवांका ने कहा- मैं पिता से बहुत प्यार करती हूं, लेकिन सियासत से दूर रहूंगी. उनके लिए कैम्पेन भी नहीं करूंगी. मुझे अपनी परिवार और बच्चों की परवरिश पे ध्यान देना है....
    0 Comments 0 Shares 6757 Views 0 Reviews
  • 800 करोड़ पार, फैक्टरी में काम चल रहा है दमदार और लगातार.
    धरती का बोझ हम बढ़ाएंगे और हर दिन नया बच्चा लाएंगे. दुनिया में 800 करोड़वें बच्चे ने जन्म ले लिया है.इंसानों की फैक्ट्री थमने का नाम नहीं ले रही. फैक्ट्री में काम तो ऐसे चल रहा है की मानो ठेका मिला हो. दो बच्चे मीठी खीर उससे ज़्यादा बवासीर. लेकिन अब इनको कौन समझाए. जब तक इनके फैक्ट्री में दम है तब तक उत्पादन का काम चलता रहेगा. डर तो इस बात का है कि अब पूरी दुनिया में पकडुआ नसबंदी चालू न हो जाए....
    0 Comments 0 Shares 6879 Views 0 Reviews
More Stories