0 Comments
0 Shares
118 Views
0 Reviews
Directory
Discover new creators, create new connections and meet new people to work with
- Please log in to like, share and comment!
- LocationPatnaTypeContractStatusOpenThis is test job created by a client in a page.This is test job created by a client in a page.
- Bhokal.com is improving everyday. We are very close to public launch. Rest assured, we are ready to face the dynamic changes happening around with the Advent of AI. Bhokal is a AI Powered platform that will help each one of you learn and explore the power of creative freedom in our hustle with AI>Bhokal.com is improving everyday. We are very close to public launch. Rest assured, we are ready to face the dynamic changes happening around with the Advent of AI. Bhokal is a AI Powered platform that will help each one of you learn and explore the power of creative freedom in our hustle with AI>
-
- एक कहावत थी धोबी का कुत्ता घर का ना घाट का ...... लेकिन आजकल के ज़माने में कुछ गधे लोट भी होते हैं जो मालिकों के चरणों में इतना लोट ते हैं कि उन्हें अपना अब्बू अम्मी समझने लगते हैं , और लोट ते लोट ते दिमाग की लालटेन भी बुझा देते हैं , अब्बू अम्मी जहां कहें वहीं लोटा लेकर बैठ जाते हैं ..... बिना अपने दिमाग की लालटेन जलाए देश में आग लगाने की फ़िराक में लगे रहते हैं चाहे वो हज़ार किलो विस्फोटक सामग्री के द्वारा हो या ज़हरीले नफ़रत की उल्टियां , या सनातन से सौतेलापन ...... सठियाए हुए गधे लोट तो और ख़तरनाक ....
अपनी नाक तो कटा कर ही लोट ते हैं , बुरस्ट अचार की कीचड़ में ... बोले तो सु .. वर भी सु सु कर सरमा जाएं लोटने की कला में .... अब ये गधे लोट तो केवल लोटते ही नहीं ....बल्कि खोदते भी हैं देश की जड़ों को ...... अपनी चाटुकारिता की पटुता साबित करते करते .... इतना चाटने में माहिर हो जाते हैं कि गुड़ और गोबर का अंतर ही भूल जाते हैं और देश को बारूद के ढेर पर रख ख़ाक में करने की कवायद में लग जाते हैं..… ये याद दिलाना ज़रूरी इन्हें कि धोबी पाट क्या होता है ..... जब पड़ता है पिछवाड़े तो अब्बू अम्मी भी साथ छोड़ कर नानी के घर ई .... डली खाने टल्ली होकर ई....टल्ली चले जायेंगे...... और ये गधे लोट जनता के आगे कितने ही लोटे बस फिर तो लोटा लेकर दौड़ते ही नज़र आएंगे , तोड़ो यात्रा में अब्बा की खालाओं के साथ गुफ्तगू तुम्हारे लिए सब गु... कर जाएगी ...... तो भाई लोट को बांधो और थोड़ा ध्यान करो ... इस मोड़ पे मौड़ी ना मिले दद्दा , दुलत्ती मिल जाएगी या फिर धोबी पाट.... तो गधे लोट कहीं लमलोट ना हो जाएं, तो बांधो लंगोट और हो जाओ गोल .... तुम्हें तो ७२ हुरें भी ना मिले , क्यूंकि बरश्ट अचार की राह बस दोज़ख़ तक जाती है ........ फिर बस यही जपना पड़ेगा .... मुझे तो तेरी लात लग गई , उई उई ......एक कहावत थी धोबी का कुत्ता घर का ना घाट का ...... लेकिन आजकल के ज़माने में कुछ गधे लोट भी होते हैं जो मालिकों के चरणों में इतना लोट ते हैं कि उन्हें अपना अब्बू अम्मी समझने लगते हैं , और लोट ते लोट ते दिमाग की लालटेन भी बुझा देते हैं , अब्बू अम्मी जहां कहें वहीं लोटा लेकर बैठ जाते हैं ..... बिना अपने दिमाग की लालटेन जलाए देश में आग लगाने की फ़िराक में लगे रहते हैं चाहे वो हज़ार किलो विस्फोटक सामग्री के द्वारा हो या ज़हरीले नफ़रत की उल्टियां , या सनातन से सौतेलापन ...... सठियाए हुए गधे लोट तो और ख़तरनाक .... अपनी नाक तो कटा कर ही लोट ते हैं , बुरस्ट अचार की कीचड़ में ... बोले तो सु .. वर भी सु सु कर सरमा जाएं लोटने की कला में .... अब ये गधे लोट तो केवल लोटते ही नहीं ....बल्कि खोदते भी हैं देश की जड़ों को ...... अपनी चाटुकारिता की पटुता साबित करते करते .... इतना चाटने में माहिर हो जाते हैं कि गुड़ और गोबर का अंतर ही भूल जाते हैं और देश को बारूद के ढेर पर रख ख़ाक में करने की कवायद में लग जाते हैं..… ये याद दिलाना ज़रूरी इन्हें कि धोबी पाट क्या होता है ..... जब पड़ता है पिछवाड़े तो अब्बू अम्मी भी साथ छोड़ कर नानी के घर ई .... डली खाने टल्ली होकर ई....टल्ली चले जायेंगे...... और ये गधे लोट जनता के आगे कितने ही लोटे बस फिर तो लोटा लेकर दौड़ते ही नज़र आएंगे , तोड़ो यात्रा में अब्बा की खालाओं के साथ गुफ्तगू तुम्हारे लिए सब गु... कर जाएगी ...... तो भाई लोट को बांधो और थोड़ा ध्यान करो ... इस मोड़ पे मौड़ी ना मिले दद्दा , दुलत्ती मिल जाएगी या फिर धोबी पाट.... तो गधे लोट कहीं लमलोट ना हो जाएं, तो बांधो लंगोट और हो जाओ गोल .... तुम्हें तो ७२ हुरें भी ना मिले , क्यूंकि बरश्ट अचार की राह बस दोज़ख़ तक जाती है ........ फिर बस यही जपना पड़ेगा .... मुझे तो तेरी लात लग गई , उई उई ......0 Comments 0 Shares 926 Views 0 Reviews - Sayano ki iss duniya mein
Mai abodh hoo
Gyaniyon ki iss duniya mein
Mai agyani hu
Gyan ke gahre sagar ki
Gahrai bahut zyada hai mujhse
Mai to sarabor hu bhavo se
Bheegi hu Mai to
Nishchal prem ki varsha se
Lekin Maine suna hai
Ma bhi to aanchal mein rakhti hai
Apne abodh bachche ko
Raksha karti bankar uski dhal
Ishwar bhi to sachche prem se bhare
Saral hriday mein virazte
Nahi janti mera prem Sita jaisa
Ya Radha aur Rukmini jaisa
Lekin mere andar Parvati jaisi zid to hai
Kitne janm karni hogi mujhe tapsya
Kitne yugon tak karni hogi mujhe prateeksha
Kya mere anuraagi man ko
Tum mil paoge Mere Bhagwan
Bas itna nishchit hai
Mai sirf Tumhari hu
Ab chahe tarasho , sawarno mujhe
Ya phir bikhra do mujhe
Mera astitva to hai sirf Tumse !!!!!!
Sayano ki iss duniya mein Mai abodh hoo Gyaniyon ki iss duniya mein Mai agyani hu Gyan ke gahre sagar ki Gahrai bahut zyada hai mujhse Mai to sarabor hu bhavo se Bheegi hu Mai to Nishchal prem ki varsha se Lekin Maine suna hai Ma bhi to aanchal mein rakhti hai Apne abodh bachche ko Raksha karti bankar uski dhal Ishwar bhi to sachche prem se bhare Saral hriday mein virazte Nahi janti mera prem Sita jaisa Ya Radha aur Rukmini jaisa Lekin mere andar Parvati jaisi zid to hai Kitne janm karni hogi mujhe tapsya Kitne yugon tak karni hogi mujhe prateeksha Kya mere anuraagi man ko Tum mil paoge Mere Bhagwan Bas itna nishchit hai Mai sirf Tumhari hu Ab chahe tarasho , sawarno mujhe Ya phir bikhra do mujhe Mera astitva to hai sirf Tumse !!!!!!0 Comments 0 Shares 861 Views 0 Reviews - मैं खामोश तन्हां
लड़ती रहूंगी अपनी ज़िन्दगी का रण
और करती रहूंगी तुम्हारा इन्तज़ार हमेशा
जानती हूं तुम कभी नहीं मिलोगे मुझे
और ना ही होगा कभी हमारा मिलन
तुम आकाश मैं धरती
रौंदा जाना और सहना ही जिसके हिस्से आया
पर तुम्हें खुश देखकर ही मुझे सुकून मिल जाता है
चाहे कुछ और हो ना हो मेरे हिस्से
पर इन फिज़ाओं में हमेशा महकेंगे तेरे मेरे खामोश किस्से
उम्मीदें तो बहुत थी
बस अब रखना छोड़ दिया है
अब खुद को मैंने ज़िन्दगी के तूफानों के हवाले कर दिया है !!!!!मैं खामोश तन्हां लड़ती रहूंगी अपनी ज़िन्दगी का रण और करती रहूंगी तुम्हारा इन्तज़ार हमेशा जानती हूं तुम कभी नहीं मिलोगे मुझे और ना ही होगा कभी हमारा मिलन तुम आकाश मैं धरती रौंदा जाना और सहना ही जिसके हिस्से आया पर तुम्हें खुश देखकर ही मुझे सुकून मिल जाता है चाहे कुछ और हो ना हो मेरे हिस्से पर इन फिज़ाओं में हमेशा महकेंगे तेरे मेरे खामोश किस्से उम्मीदें तो बहुत थी बस अब रखना छोड़ दिया है अब खुद को मैंने ज़िन्दगी के तूफानों के हवाले कर दिया है !!!!!0 Comments 0 Shares 817 Views 0 Reviews -
-
-
- अमीरी , कलाकारी , ठसक और टशन .... बस एक नाम मेरठ ....मेरठ में लगी ज्वैलरी प्रदर्शनी .… संसद भवन मॉडल ....अशोक की लाट ... रैपिड ट्रेन.... योगी जी , मोदी जी के चित्र वाले सिक्के ..... और 24 हज़ार हीरों से जड़ी एक नायाब ख़ूबसूरत कलात्मक अंगूठी जो गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल होने की तैयारी में है .... आधुनिक स्वर्ण नगरी मेरठ ...का बजा डंका.... भूल जाओ अब सोने की लंका .....अमीरी , कलाकारी , ठसक और टशन .... बस एक नाम मेरठ ....मेरठ में लगी ज्वैलरी प्रदर्शनी .… संसद भवन मॉडल ....अशोक की लाट ... रैपिड ट्रेन.... योगी जी , मोदी जी के चित्र वाले सिक्के ..... और 24 हज़ार हीरों से जड़ी एक नायाब ख़ूबसूरत कलात्मक अंगूठी जो गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल होने की तैयारी में है .... आधुनिक स्वर्ण नगरी मेरठ ...का बजा डंका.... भूल जाओ अब सोने की लंका .....0 Comments 0 Shares 904 Views 0 Reviews
- जोश और जज्बे की धरती मेरठ ....क्रांति धरा मेरठ .... अपनी पतंगबाजी के लिए मशहूर मेरठ .... इस गणतंत्र दिवस उड़ाएगा सोने की पतंग ... सोने की डोर... सोने की चरखी के संग ....जिसे बनाया है मेरठ के ही अरहन्त ज्वैलर्स ने ....सात कारीगर.. सोलह दिन... इक्कीस लाख रूपए कीमत ... साबित करते हैं कि भारत को सोने की चिड़िया यूं ही नहीं कहा जाता .... एक ओर जहां अच्छे अच्छे देशों की पतंग कट रही है ... भारत में सोने की पतंग उड़ रही है ... बसंत पंचमी और गणतंत्र दिवस .....उड़ी उड़ी रे पतंग उड़ी उड़ी रे .......जोश और जज्बे की धरती मेरठ ....क्रांति धरा मेरठ .... अपनी पतंगबाजी के लिए मशहूर मेरठ .... इस गणतंत्र दिवस उड़ाएगा सोने की पतंग ... सोने की डोर... सोने की चरखी के संग ....जिसे बनाया है मेरठ के ही अरहन्त ज्वैलर्स ने ....सात कारीगर.. सोलह दिन... इक्कीस लाख रूपए कीमत ... साबित करते हैं कि भारत को सोने की चिड़िया यूं ही नहीं कहा जाता .... एक ओर जहां अच्छे अच्छे देशों की पतंग कट रही है ... भारत में सोने की पतंग उड़ रही है ... बसंत पंचमी और गणतंत्र दिवस .....उड़ी उड़ी रे पतंग उड़ी उड़ी रे .......0 Comments 0 Shares 960 Views 0 Reviews
- मेरठ अपनी खड़ी बोली के लिए जाना जाता है और क्रिकेट के बल्ले के लिए भी.... अब मेरठ जाना जाएगा अपने हाई टैक डंडे के लिए भी ... एम आई ई टी के इनोवेटर इंजीनियर श्याम चौरसिया ने अटल कम्युनिटी इन्नोवेशन सेंटर में ये हाई टैक डंडा पुलिस के लिए बनाया । जब भी कोई पुलिसकर्मी को मदद की ज़रूरत होगी तो ये डंडा लोकेशन और मैसेज भेजेगा और रबर की गोलियां भी चलाएगा .....पुलिस करेगी जनता का बचाव ..... मेरठिया डंडा करेगा पुलिस का बचाव ....! मेरठी बोली और बल्ला तो चलता ही था अब चलेगा मेरठिया डंडा !!!!!मेरठ अपनी खड़ी बोली के लिए जाना जाता है और क्रिकेट के बल्ले के लिए भी.... अब मेरठ जाना जाएगा अपने हाई टैक डंडे के लिए भी ... एम आई ई टी के इनोवेटर इंजीनियर श्याम चौरसिया ने अटल कम्युनिटी इन्नोवेशन सेंटर में ये हाई टैक डंडा पुलिस के लिए बनाया । जब भी कोई पुलिसकर्मी को मदद की ज़रूरत होगी तो ये डंडा लोकेशन और मैसेज भेजेगा और रबर की गोलियां भी चलाएगा .....पुलिस करेगी जनता का बचाव ..... मेरठिया डंडा करेगा पुलिस का बचाव ....! मेरठी बोली और बल्ला तो चलता ही था अब चलेगा मेरठिया डंडा !!!!!0 Comments 0 Shares 920 Views 0 Reviews
- तेरे दर पर सनम चले आए.... एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम , जनता और वो ... बीते दिन की बात हो जाएगा ....नगर आयुक्त डॉक्टर अमित पाल शर्मा ने शुभारंभ किया मेरठ सिटिज़न और नगरनिगम ऐप का , करिए इसको डाउनलोड गूगल प्ले स्टोर से , ओपन करते ही रजिस्ट्रेशन, ओटीपी आएगा और आपके कन्फर्म करते ही आपका ब्रह्मास्त्र आपको मिल जाएगा अर्थात् ऐप के सारे टूल हाज़िर होंगे आपकी सेवा में .... फिर तो घर बैठे बैठे कोई सर्टिफिकेट बनवाना हो , करनी हो नगर निगम की शिकायत या देना हो कोई फ्रेंडली सजेशन .. आप और सिस्टम होंगे साथ साथ और बिचौलियों और भ्रष्टाचारियों का होगा पत्ता साफ़ ! टॉप से बॉटम , सारे अधिकारी और कर्मचारी होंगे आपसे जुड़े इस ऐप पर .... अलादीन के जिन्न की तरह ... क्या हुक्म है मेरे आका ...... !तेरे दर पर सनम चले आए.... एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम , जनता और वो ... बीते दिन की बात हो जाएगा ....नगर आयुक्त डॉक्टर अमित पाल शर्मा ने शुभारंभ किया मेरठ सिटिज़न और नगरनिगम ऐप का , करिए इसको डाउनलोड गूगल प्ले स्टोर से , ओपन करते ही रजिस्ट्रेशन, ओटीपी आएगा और आपके कन्फर्म करते ही आपका ब्रह्मास्त्र आपको मिल जाएगा अर्थात् ऐप के सारे टूल हाज़िर होंगे आपकी सेवा में .... फिर तो घर बैठे बैठे कोई सर्टिफिकेट बनवाना हो , करनी हो नगर निगम की शिकायत या देना हो कोई फ्रेंडली सजेशन .. आप और सिस्टम होंगे साथ साथ और बिचौलियों और भ्रष्टाचारियों का होगा पत्ता साफ़ ! टॉप से बॉटम , सारे अधिकारी और कर्मचारी होंगे आपसे जुड़े इस ऐप पर .... अलादीन के जिन्न की तरह ... क्या हुक्म है मेरे आका ...... !0 Comments 0 Shares 922 Views 0 Reviews
- अपना सपना मनी मनी ..... बनना पड़े चाहे हनी हनी ... मेरठ पुलिस ने गिरफ़्तार किया पांच अपराधियों को , जो स्त्री वेश में ट्रक ड्राइवरों को हनी ट्रैप में फांसते थे... सहारनपुर के निवासी करते थे कांड मेरठ में और हो जाते थे फुर्र ... लेकिन हाय रेे दरोगा जी इन अदाओं के मकड़जाल को वैक्यूम क्लीनर से उड़ा दिए और हनी ट्रैप को ही फ्लॉप कर दिए !!!!! यो यो हनी हनी , पुलिस ने ले ली सारी मनी मनी !!!!!अपना सपना मनी मनी ..... बनना पड़े चाहे हनी हनी ... मेरठ पुलिस ने गिरफ़्तार किया पांच अपराधियों को , जो स्त्री वेश में ट्रक ड्राइवरों को हनी ट्रैप में फांसते थे... सहारनपुर के निवासी करते थे कांड मेरठ में और हो जाते थे फुर्र ... लेकिन हाय रेे दरोगा जी इन अदाओं के मकड़जाल को वैक्यूम क्लीनर से उड़ा दिए और हनी ट्रैप को ही फ्लॉप कर दिए !!!!! यो यो हनी हनी , पुलिस ने ले ली सारी मनी मनी !!!!!0 Comments 0 Shares 921 Views 0 Reviews
- पैसा बोलता है ... नाच मेरी बुलबुल तुझे पैसा मिलेगा .... की तर्ज़ पर खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ाते पूर्व बाहुबली बसपा विधायक और उनके दो साहबजादे , जो जेल में भी ऐशो आराम फरमा रहे थे , भेजे जा रहे हैं शहर से बाहर की जेलों में, जहां उन्हें पता चलेगा आटे दाल का भाव.... जानी ... ये जेल है जेल .. मेरठ की भेल नहीं , जिसे मलाईचाप की तरह तुम एंजॉय कर रहे थे... मज़े की बात ये कि पुलिस के द्वारा सील्ड घर में भी बेगम साहिबा गृह प्रवेश कर गईं.... पर लगता है कि अब ग्रह चाल उल्टी हो चुकी है .... बाकी आगे तेल देखिए और तेल की धार देखिए ... आने वाले समय में ऊंट किस करवट बैठेगा!पैसा बोलता है ... नाच मेरी बुलबुल तुझे पैसा मिलेगा .... की तर्ज़ पर खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ाते पूर्व बाहुबली बसपा विधायक और उनके दो साहबजादे , जो जेल में भी ऐशो आराम फरमा रहे थे , भेजे जा रहे हैं शहर से बाहर की जेलों में, जहां उन्हें पता चलेगा आटे दाल का भाव.... जानी ... ये जेल है जेल .. मेरठ की भेल नहीं , जिसे मलाईचाप की तरह तुम एंजॉय कर रहे थे... मज़े की बात ये कि पुलिस के द्वारा सील्ड घर में भी बेगम साहिबा गृह प्रवेश कर गईं.... पर लगता है कि अब ग्रह चाल उल्टी हो चुकी है .... बाकी आगे तेल देखिए और तेल की धार देखिए ... आने वाले समय में ऊंट किस करवट बैठेगा!0 Comments 0 Shares 925 Views 0 Reviews
- आजकल मेरठ बन गया है लेपर्ड की फेवरेट पर्यटन स्थली ....हर साल तो नानी के घर घूमने की तरह लेपर्ड आते हैं लेकिन आजकल कुछ जल्दी ही लेपर्ड के चक्कर लग रहे जैसे मामा की शादी के न्यौते में आया हो , चार पांच साल के लेपर्ड ने की पिक्स कीर्ति पैलेस के कैमरे में कैद हुई , मानो कि फोटो शूट के लिए आया हो भाई..... अलबत्ता वन विभाग के साथ हाइड एंड सीक खेलते खेलते उन्हें ज़रूर ता ता थैया करा रहा है ...... बाकी आम लोगों के लिए बस इतना ही गाना ... बच के रहना र बाबा बच के रहना रे ....आजकल मेरठ बन गया है लेपर्ड की फेवरेट पर्यटन स्थली ....हर साल तो नानी के घर घूमने की तरह लेपर्ड आते हैं लेकिन आजकल कुछ जल्दी ही लेपर्ड के चक्कर लग रहे जैसे मामा की शादी के न्यौते में आया हो , चार पांच साल के लेपर्ड ने की पिक्स कीर्ति पैलेस के कैमरे में कैद हुई , मानो कि फोटो शूट के लिए आया हो भाई..... अलबत्ता वन विभाग के साथ हाइड एंड सीक खेलते खेलते उन्हें ज़रूर ता ता थैया करा रहा है ...... बाकी आम लोगों के लिए बस इतना ही गाना ... बच के रहना र बाबा बच के रहना रे ....
- गोल्डन रिट्रीवर डॉग जिन्नी ने बचाया विजयनगर के सर्राफ विजय के घर को लुटेरों से .... भाजपा विधायक अमित अग्रवाल के घर के पास रह रहे मेरठ के संघ के सह संघचालक विजय कुमार के घर बेख़ौफ़ लुटेरों जिनमें एक महिला भी थी को ख़ौफ खाना पड़ा घर के पालतू जिन्नी से और उनकी गन को भी जिन्नी के बिजली जैसे अटैक ने फेल कर दिया ... तो बकौल जिन्नी की मेहरबानी लुटेरों को पड़ी मुंह की खानी ... तो आज के इस युग में अलादीन के जिन्न की जगह मेरठ के जिन्नी की बन गई एक सुपरहिट कहानी ।।।।।गोल्डन रिट्रीवर डॉग जिन्नी ने बचाया विजयनगर के सर्राफ विजय के घर को लुटेरों से .... भाजपा विधायक अमित अग्रवाल के घर के पास रह रहे मेरठ के संघ के सह संघचालक विजय कुमार के घर बेख़ौफ़ लुटेरों जिनमें एक महिला भी थी को ख़ौफ खाना पड़ा घर के पालतू जिन्नी से और उनकी गन को भी जिन्नी के बिजली जैसे अटैक ने फेल कर दिया ... तो बकौल जिन्नी की मेहरबानी लुटेरों को पड़ी मुंह की खानी ... तो आज के इस युग में अलादीन के जिन्न की जगह मेरठ के जिन्नी की बन गई एक सुपरहिट कहानी ।।।।।
- क्या आप जानते हैं कि एयरटेल के पांच पांडवों अर्थात् पांच शहरों की श्रेणी में अपना मेरठ भी शामिल है जहां 5G की सर्विस प्रोवाइड की जाएगी और मेरठिया भी सर्दी के इस मौसम में मेरठ के ज़ायकेदार व्यंजनों के साथ साथ सुपरफास्ट नेटवर्क का भी आनंद उठा पाएंगे ।क्या आप जानते हैं कि एयरटेल के पांच पांडवों अर्थात् पांच शहरों की श्रेणी में अपना मेरठ भी शामिल है जहां 5G की सर्विस प्रोवाइड की जाएगी और मेरठिया भी सर्दी के इस मौसम में मेरठ के ज़ायकेदार व्यंजनों के साथ साथ सुपरफास्ट नेटवर्क का भी आनंद उठा पाएंगे ।
- The blissful love of God is already engraved in our heart . We need to peep inside it to see the glimpse of God !The blissful love of God is already engraved in our heart . We need to peep inside it to see the glimpse of God !
- Test post descriptionTest post description
- Life is too Short Looking for Likes & Comments on Social Media. Monetize your content skills with Bhokal.com here- Time is Money : Sandeep PandeyLife is too Short Looking for Likes & Comments on Social Media. Monetize your content skills with Bhokal.com here- Time is Money : Sandeep Pandey
-
- TESTTESTThis is demo assignment to a task in the group
- Join Bhokal.com, select a department in an available group, and start your journey as a creator with Bhokal.comJoin Bhokal.com, select a department in an available group, and start your journey as a creator with Bhokal.com
- Laad dular ke rang se sarabor hai Beta
Saath pita hai to Duniya ke har rang se saja hai Beta !!!!!Laad dular ke rang se sarabor hai Beta Saath pita hai to Duniya ke har rang se saja hai Beta !!!!!0 Comments 0 Shares 793 Views 0 Reviews - Kuch log hamari zindagi ka itna abhinna hissa hota hai ki ye jankar bhi ki ab wo iss duniya mein nahi hai , phir bhi esa lagta hai wo hamare aaspaas hai. Hamare saath hamesha hai jaise mere Bhaiya !!!! I always feel his presence !!! Mera dil ye kabhi nahi manta ki wo hamare saath nahi yadi esa lagta hai ki wo hame chorkar chale gaye hai to dil loudly dahar markar rona chahta hai , , dil ke sachche aur achche log virle hi hote hai aajkal. !!!! Hardly anyone is there to care u to understand u dil se !!!!!!Kuch log hamari zindagi ka itna abhinna hissa hota hai ki ye jankar bhi ki ab wo iss duniya mein nahi hai , phir bhi esa lagta hai wo hamare aaspaas hai. Hamare saath hamesha hai jaise mere Bhaiya !!!! I always feel his presence !!! Mera dil ye kabhi nahi manta ki wo hamare saath nahi yadi esa lagta hai ki wo hame chorkar chale gaye hai to dil loudly dahar markar rona chahta hai , , dil ke sachche aur achche log virle hi hote hai aajkal. !!!! Hardly anyone is there to care u to understand u dil se !!!!!!0 Comments 0 Shares 862 Views 0 Reviews
-
- Zindgi ke yagya mein aahoot ho gaye ham , sapne bhi toot kar rakh ho gaye ab !!!!!Zindgi ke yagya mein aahoot ho gaye ham , sapne bhi toot kar rakh ho gaye ab !!!!!0 Comments 0 Shares 1418 Views 0 Reviews
- Ret ke teele si zindgi , kab kaun se pal dhah jaye waqt ki aandhiyo se , kuch khabar nahi !!!!!Ret ke teele si zindgi , kab kaun se pal dhah jaye waqt ki aandhiyo se , kuch khabar nahi !!!!!0 Comments 0 Shares 1420 Views 0 Reviews