कृष्ण
प्रेम की सम्पूर्ण परिभाषा
अनंत प्रेम
जैसे सीप में मोती
कृष्ण
बिन बांधे बंधा
एक अटूट बंधन
कृष्ण
जीवन का सम्पूर्ण सार
कृष्ण
समरस , सरस
कृष्ण
सरल , सहज
कृष्ण
अभिमानी के लिए
कल्पनातीत
कृष्ण
सम्पूर्ण समर्पण के लिए
सब कुछ अर्पण
कृष्ण
राधा , रुक्मणि , द्रौपदी के जीवन
कृष्ण
कंस , शिशुपाल के काल
कृष्ण
सनातन , निरंतर , अनंत
कृष्ण
मा यशोदा के आंचल में समाने वाले
कृष्ण
अनंत , असीम , काल से परे
हे श्री हरि
हाथ जोड़े हम तुम्हारी शरण में पड़े !!!!!!!
कृष्ण प्रेम की सम्पूर्ण परिभाषा अनंत प्रेम जैसे सीप में मोती कृष्ण बिन बांधे बंधा एक अटूट बंधन कृष्ण जीवन का सम्पूर्ण सार कृष्ण समरस , सरस कृष्ण सरल , सहज कृष्ण अभिमानी के लिए कल्पनातीत कृष्ण सम्पूर्ण समर्पण के लिए सब कुछ अर्पण कृष्ण राधा , रुक्मणि , द्रौपदी के जीवन कृष्ण कंस , शिशुपाल के काल कृष्ण सनातन , निरंतर , अनंत कृष्ण मा यशोदा के आंचल में समाने वाले कृष्ण अनंत , असीम , काल से परे हे श्री हरि हाथ जोड़े हम तुम्हारी शरण में पड़े !!!!!!!
Like
2
0 Comments 0 Shares 250 Views 0 Reviews