समय जो बीता तेरे साथ , था कितना स्मरणीय
बादल बिजली भी थे साथ , नज़ारा था रमणीय
दिल से दिल की चल रही थी जो बात
जीवन के ये लम्हे थे अकल्पनीय !!!!!
एक प्रयास ?
मनीषा
बादल बिजली भी थे साथ , नज़ारा था रमणीय
दिल से दिल की चल रही थी जो बात
जीवन के ये लम्हे थे अकल्पनीय !!!!!
एक प्रयास ?
मनीषा
समय जो बीता तेरे साथ , था कितना स्मरणीय
बादल बिजली भी थे साथ , नज़ारा था रमणीय
दिल से दिल की चल रही थी जो बात
जीवन के ये लम्हे थे अकल्पनीय !!!!!
एक प्रयास ?
मनीषा
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