तेजस्वी सम्मान खोजते नहीं गोत्र बतलाके,
पाते हैं जग से प्रशस्ति अपना करतब दिखलाके|
हीन मूल की ओर देख जग गलत कहे या ठीक,वीर खींचकर ही रहते हैं इतिहासों में लीक।
~ सिंह दिनकर~
पाते हैं जग से प्रशस्ति अपना करतब दिखलाके|
हीन मूल की ओर देख जग गलत कहे या ठीक,वीर खींचकर ही रहते हैं इतिहासों में लीक।
~ सिंह दिनकर~
तेजस्वी सम्मान खोजते नहीं गोत्र बतलाके,
पाते हैं जग से प्रशस्ति अपना करतब दिखलाके|
हीन मूल की ओर देख जग गलत कहे या ठीक,वीर खींचकर ही रहते हैं इतिहासों में लीक।
~ सिंह दिनकर~