बरखा का मैं प्यार यूथों का वफादार, नमस्कार मैं राजा रविश कुमार. पत्रकारिता की दुनिया का बहुत बड़ा नाम रविश कुमार ने चैनल को टाटा कह दिया है.
रविश कुमार ने NDTV से इस्तीफा दे दिया है. अपने 26 साल के इस कार्यकाल  में उन्होंने बहुत से शो किए जिसमें प्राइम टाइम, रविश की रिपोर्ट, देश की बात, हम लोग शामिल है. रविश कुमार को 2 बार पत्रकारिता में योगदान के लिए रामनाथ गोयनका पुरूस्कार और 2019 में रेमन मैग्सेस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. 
रविश कुमार अपने बेबाक अंदाज़ के लिए मशहूर हुए और पत्रकारिता जगत में छा गए. बड़े-बड़े नेताओं की हालत ख़राब कर देने वाले रविश कुमार का जन्म बिहार के जितवरपुर में 5 दिसंबर 1974 को हुआ. शुरुवाती पढाई उन्होंने पटना से की और बाद में अपनी ग्रेजुएशन के लिए दिल्ली की तरफ रवाना हो गए. उन्होंने दिल्ली के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता की पढाई की.
रविश सिर्फ पत्रकारिता में ही नहीं बल्कि इंटरनेट की भी जान हैं. यूट्यूब पे उनके नाम पे आने वाला मशहूर स्पूफ रबिश की रिपोर्ट काफी ज़्यादा पसंद किया जाता है. रविश को पत्रकारिता का रजनीकांत भी कह सकते हैं क्यों कि जो वो कर सकते हैं वो करने की काबिलियत और किसी में दिखती नहीं. बने रहिए भौकाल के साथ.