कुछ इस तरह से फुट ब्रिज ने आखरी सांस ली, न यात्रियों ने मूड के देखा न हि किसी ने आवाज़ दी. पैरों से ज़मीन खिसकना तो कहावतों में सुना था, लेकिन ऐसा हकीकत में हुआ है. 
लोगों के पैरों से फुट ब्रिज खिसक गया. ये बात आपके रोंगटे खड़े कर देगी, महाराष्ट्र के चंद्रपुर में बल्लारशाह रेलवे स्टेशन पर बने फुट ओवरब्रिज का एक हिस्सा रविवार को गिर गया. इस दौरान ब्रिज से गुजर रहे कुछ यात्री 60 फीट की ऊंचाई से सीधे रेलवे ट्रैक पर जा गिरे. न्यूज एजेंसी PTI ने 13 लोगों के घायल होने की जानकारी दी है. घटना के बाद रेलवे स्टेशन पे भसड़ मच गई. ये घटना शाम के 5:10 पे हुई. लोग ट्रैक पे कूद पड़े घायलों की मदद के लिए. शुक्र तो इस बात का है कि जिस वक़्त ये हादसा हुआ उस वक़्त ट्रैक पे कोई ट्रेन नहीं थी. नहीं तो कई लोग टिल जाते और ट्रेन में यात्रा करने के बजाय भगवान के घर की यात्रा कर रहे होते. सेंट्रल रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (CPRO) शिवाजी सुतार ने बताया कि रेलवे ने गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 1 लाख रुपए और सामान्य घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है. 
रेलवे की हालत इतनी बुरी होती जा रही है कि पूछना भी बेकार है. आज ब्रिज टूटा है पता नहीं कल और क्या-क्या टूट जाय, लेकिन फिलहाल लोगों का भरोसा ज़रूर टूटा है रेलवे से. भरोसा तोड़ना तो आज कल आम है. फूट ब्रिज हो या ओवर ब्रिज ऐसे गिर रहा है जैसे पाकिस्तान हो. भरष्टाचार एक दीमक है जो देश को खोकला करते जा रहा है. बने रहिए भौकाल के साथ. भौकाली कायम रहे.