आप भी देख सकते हैं द्वारका नगरी को


भले ही श्री कृष्ण की नगरी द्वारकापुरी अब पूरी तरह खंडित हो चुकी है, लेकिन इसके अवशेषों को देखने का उत्साह अभी भी लोगों में है और आगे भी रहेगा . द्वारकापुरी समुद्र में लगभग 60  से 80 फीट नीचे है. यहां स्कूबा डाइविंग के जरिये पहुंचा जा सकता है. अगर आपको भी  समुद्र के नीचे महाभारतकालीन इस रहस्यमयी दुनिया को देखना है, तो पहले स्कूबा डाइविंग की ट्रेनिंग लेनी होगी. लेकिन क्या सिर्फ ट्रेनिंग से काम चल जायेगा ?

क्योंकि समुद्र के नीचे जाने की हिम्मत भी तो होनी चाहिए. अंडर वॉटर यात्रा करने का अपना एक अलग ही रोमांच होता है और जब यह यात्रा किसी पौराणिक जगह से जुड़ी हो, तो रोमांच दोगुना हो जाता है. क्योंकी साथियों  द्वारकापुरी के अवशेष अब भी समुद्र के नीचे मौजूद हैं. इनमें विशाल प्रतिमाओं के अवशेष, जंगली जानवरों की आकृतियां, बड़े-बड़े द्वार और स्तंभ जैसे अवशेष शामिल हैं. आपको बता दें  कि द्वारकापुरी भारत के 7 प्राचीन शहरों में शुमार है. बाकी शहर हैं-मथुरा, काशी, हरिद्वार, अवंतिका, कांचीपुरम और अयोध्या. द्वारका को ओखा मंडल, गोमतीद्वार, आनर्तक, चक्रतीर्थ, अंतरद्वीप, वारीदुर्ग इन नामों से भी जाना जाता रहा है.