पिछले दिनों ख़बर चल रही थी कि ज़िल्ले- इलाही, युग नेता और ''दिल्ली के मालिक हम हैं'' वाले श्री केजरीवाल जी ने युग मंत्री, राणा के वंशज और जबरदस्त हैंडसम श्री सिसोदिया जी को भारत रत्न देने की मांग की है। मेरा इस मांग को फुल्ल सम्पोर्ट है। श्री सिसोदिया इस युग के सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री हैं। वे पुरुष नहीं महापुरुष हैं।


    अच्छा शिक्षा मंत्री वह नहीं जो केवल पढ़ने पढ़ाने की बात करे, एक अच्छा शिक्षा मंत्री वह है जो हर चौक पर दारू बिकवाये। "हर बच्चा विद्यालय में, हर युवक मदिरालय में" के नारे के साथ सिसोदिया जी ने बच्चों के साथ बड़ों की शिक्षा के लिए भी व्यवस्था करने का काम किया है। जो लोग बचपन में दिल्ली वाली सरकारी स्कूल की अच्छी शिक्षा नहीं मिलने के कारण अंग्रेजी नहीं बोल पाते, वे दिल्ली के ठेकों में खुले वयस्क शिक्षा केन्द्र में दो पेग लगाते ही फ्रेंच बोलने लगते हैं। यह सिसोदिया जी की अल्ट्रा प्रोग्रेसिव सोच का नतीजा है।


     मैंने अपने राज्य में केजरीवाल जी की प्रतिष्ठा देखी है। नीतीश जी की शराबबंदी से लाचार  बिहारी जन जब सुनते हैं कि श्री सिसोदिया की कृपा से दिल्ली में एक बोतल खरीदने पर दूसरी फ्री मिलती है, तो वे नतमस्तक हो जाते हैं। वे कहते हैं कि नेता हो तो श्री केजरी जैसा और मंत्री हो तो सिसोदिया जी जैसा... अब तो हर गली से आवाजें उठने लगी हैं कि "हमारा मुख्यमंत्री कैसा हो, मनीष सिसोदिया जैसा हो!' बिहार का हर बच्चा जानता है कि 'दिली में मिली'!


    पिछले दिनों मैंने सिसोदिया जी जैसे ही एक व्यक्ति का इंटरव्यू सुना। पत्रकार ने उनसे लोकपाल बिल पर सवाल पूछा । सिसोदिया जी जैसे व्यक्ति ने जवाब दिया, "हम अन्ना जी के कारण लोकपाल बिल नहीं ला रहे। यदि लोकपाल आ गया तो अन्ना की मांग पूरी हो जाएगी और वे इर्रेलेवेंट हो जाएंगे। हम चाहते हैं कि अन्ना आने वाले हजारों लाखों साल  तक रेलेवेंट  रहें, इसलिए हमने उनकी मांग को अधूरा रखने का फैसला किया है। हम अपने जीते जी कभी लोकपाल आने नहीं देंगे, और अन्ना और उनके आंदोलन को ज़िंदा रखेंगे।" अपने गुरु या मेंटर के लिये ऐसी भक्ति दिखाने वाले शख्स को भारत रत्न क्या, पाकिस्तान रत्न भी दे दो अभी एकदम तुरंत से पहिले।


     कुछ दिन पहले सिसोदिया जी ने बताया कि अमित शाह ने उनके पास मैसेज भेजवाया है कि हमारी ओर आ जाओ, सारा केस खत्म कर देंगे। मुझे यकीन है कि श्री सिसोदिया झूठ बिल्कुल भी नहीं बोलते , और अमित शाह जी को जितना मैं समझता हूँ उस हिसाब से लगता है कि वे श्री सिसोदिया को भारत रत्न देने के लिए ही बुला रहे होंगे। ईडी सीबीआई वाले भी सिसोदिया जी को भारत रत्न दिलाने के लिए ही ढूंढ रहे हैं, पर जाने क्यों वे उनपर भरोसा ही नहीं करते... यदि वे पकड़ में आ गए होते तो अबतक भारत रत्न मिल भी गया होता। मुझे लगता है उन्हें भरोसा करना चाहिये और अमित शाह जी को सेवा का एक मौका देना ही चाहिये। वे उन्हें पट्ट से भारत रत्न दे देंगे।


    अमित शाह साहब तो केजरीवाल जी को भी भारत रत्न देने के लिए आतुर होंगे, पर वे उनके हाथ ही नहीं आते। मुझे लगता है कि शाह साहब एक न एक दिन सिसोदिया जी और केजरीवाल जी दोनों को भारत रत्न दे कर रहेंगे।